पीएम मोदी का सपना डीएवी प्रधानाचार्य की प्रेरणा और बच्चों का संकल्प, देखें विडियों




नवीन चौहान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत की प्रकृति की नैसगिंक सौंदर्य को बनाए रखने के लिए पूरी तरह से संजीदा है। जल और वन संरक्षण के साथ स्वच्छ भारत पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। पीएम मोदी के इसी ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए हरिद्वार डीएवी स्कूल के बच्चे पूरी तरह से संकल्पबद्ध होकर योगदान दे रहे है। प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित की प्रेरणा से डीएवी स्कूल के सभी विद्यार्थी जल और वन को सुरक्षित बचाए रखने की मुहिम में जुटे है। वही हरिद्वार को स्वच्छ बनाने को लेकर समय—समय पर सफाई अभियान चलाते है। विगत दिनों स्कूली बच्चों ने पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से जल संरक्षण को लेकर पोस्टर प्रतियोगिता में अपनी योग्यता की झलक दिखलाई। बच्चों के पोस्टर को बेहद सराहा गया। जिसका प्रदर्शन स्कूल के तमाम बच्चों के लिए 15 अगस्त के दिन स्कूल में किया गया।
     
डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर हरिद्वार के प्रथम पंक्ति के स्कूलों में शुमार है। डीएवी मैनेजिंग कमेटी के संस्थापक पंडित हंसराज जी की प्रेरणा से स्कूल में आर्य समाज के सिद्धांतों का पालन करते हुए बच्चों को अंग्रेजी और वैदिक शिक्षा का ज्ञान दिया जाता है। डीएवी मैनेजिंग प्रबंध कमेटी नई दिल्ली के प्रधान डॉ पूनम सूरी जी डीएवी संस्था को ऊंचाईयों पर ले जाने के आधुनिक तकनीक और भारतीय पुरातन संस्कृति का समन्वय बनाकर रखने के लिए मार्गदर्शन करते है। डॉ पूनम सूरी जी मां गंगा के तट पर स्थित हरिद्वार डीएवी स्कूल के बच्चों को प्रेरित करते रहे है। डॉ पूनम सूरी के संकल्पों को पूरा करने के लिए स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी पूरी तन्मयता से लगे है। प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी के अथक प्रयासों से विगत एक दशक के भीतर स्कूल प्रांगण में हजारों पौधों का रोपण किया गया। वर्तमान में पौधे एक विशाल घने जंगल का स्वरूप ले चुके है और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे है। वही स्कूल परिसर में खिल​खिलाते विभिन्न प्रजाति के पेड़ किसी को भी अपनी ओर आकर्षित करने के लिए उत्सुक दिखाई पड़ते है।
  
स्कूल परिसर की सीमाओं के आसपास की हरियाली प्रकृति से प्रेम की एक अदभुत अलौकिक कहानी बयां करती दिखाई पड़ती है। वही दूसरी ओर स्कूली बच्चों को शिक्षा के साथ—साथ स्वच्छता और जल संरक्षण के लिए प्रेरित करना प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित की एक दृढ़ इच्छाशक्ति की ओर इशारा करता है। प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने स्कूल की तमाम शैक्षणिक गतिविधियों के दौरान आयोजित होने कार्यक्रम के संबोधन में बच्चों को प्रकृति की जीवटता को बनाए रखने के लिए स्वच्छता का संदेश दिया। उन्होंने बच्चों को बताया कि मनुष्य का जीवन पृथ्वी पर तभी तक है जब तक प्रकृति है। इस प्रकृति को हानि हुई तो मानव जीवन पर खतरा उत्पन्न हो जायेगा। इसीलिए सभी बच्चों को अपने आसपास साफ—सफाई रखने, पॉलीथीन को प्रतिबंधित करने और जल संरक्षण करने के लिए प्रेरित किया। उनकी प्रेरणा से स्कूली बच्चे एक एक मिशन के तौर पर संकल्पबद्ध होकर वन, जल और स्वच्छ भारत मिशन के अभियान में अपनी आहुति दे रहे है। इसी क्रम में 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी के आकर्षण का केंद्र बिंदु जल संरक्षण पर आधारित एक पोस्टर प्रतियोगिता के बैनर रहे। बच्चों ने अपनी प्रतिभा के जौहर दिखलाए हुए थे। 14 अगस्त को आयोजित इस प्रतियोगिता में कक्षा आठ से दसवीं तक के बच्चों के एकल और समूह प्रतियोगिता हुई।
           
एकल प्रतियोगिता के प्रतिभागी कक्षा आठ ऋषित, अविनाशा, आदित्य, आशी, अवनी, वैशाली, भूमिका एवं महक, कक्षा नौ की इशालिका, गौरीशा, दिया, रिया, सिमरन, आरूषि आहूजा, आरूषि थपरियाल, वंशिका, सृष्टि, अपूर्वा, मान्या  जबकि कक्षा दस की सुनीता, सृजिता,ऋतिका, अंशिका, दिशा, मुस्कान, प्रज्ञा एवं उन्नति रही। सामूहिक प्रतियोगिता में कक्षा इस के करीब 250 बच्चे प्रतिभागी बने। जिन्होंने छह,छह बच्चों के समूह में पोस्टर बनाए। बच्चों ने अपने रचनात्मक कौशल का प्रदर्शन अति उत्साह से किया।
                                                                 
बच्चों के पोस्टरों को एक कोलाज के रूप में 15 अगस्त को प्रदर्शित किया गया। जिसको सभी अभिभावकों व अन्य विद्यार्थियों ने सराहा। बताते चले कि भारत के भविष्य अर्थात बच्चों को शिक्षित करने और सामाजिक, आर्थिक चुनौतियों से निबटने का ज्ञान देने वाले स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित एक आदर्श व्यक्त्वि है। पीसी पुरोहित जी ने सार्वजनिक जीवन में नैतिक मूल्यों का पालन करते हूए स्कूली बच्चों को एक श्रेष्ठ नागरिक बनाने में अपने जीवन का अमूल्य योगदान दिया। यही कारण है कि उनके मार्गदर्शन में शिक्षा अर्जन करने वाले विद्यार्थी भारत ही नही विश्व पटल पर   देश और डीएवी स्कूल का नाम गौरवांवित कर रहे है।

  



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