CBSE के 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट को परीक्षा टॉप करने का मंत्र




नवीन चौहान
सीबीएसई के 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट के लिए बोर्ड परीक्षाएं बहुत अहम होती है। इन परीक्षाओं के रिजल्ट से ही स्टूडेंट का भविष्य निर्भर करता है। वही परीक्षार्थियों के पैरेंटस का सपना भी होता है कि उनका बच्चा परीक्षा में टॉप करें। गुरूजन और पैरेंटस विद्यार्थी को तनाव मुक्त रखकर बेहतर रिजल्ट  पाने की उम्मीद करते है। प्रतिस्पर्धा के दौर में स्टूडेंट भी अच्छे नंबर लाने के लिए अथक प्रयास करते है। गलत तरीके से लिखे गए उत्तर स्टूडेंट को अच्छे अंक नही दिला पाते। इसीलिए हरिद्वार के डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य श्री पीसी पुरोहित जी ने बोर्ड स्टूडेंटस को परीक्षा की तैयारी करने के सुझाव दिए है। इस सुझावों पर अमल करने से स्टूडेंट तनाव रहित होकर बेहतर रिजल्ट पा सकते है।


डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर के प्रधानाचार्य श्री पीसी पुरोहित खुद एक आदर्श व्यक्तित्व है। करीब एक दशक के भीतर हरिद्वार डीएवी स्कूल के विद्यार्थियों ने कई बार स्कूल का नाम रोशन किया है।

प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी के सकारात्मक विचार स्टूडेंट को मोटिवेट करते रहे है। वह शिक्षा के साथ—साथ बच्चों को एक आदर्श स्टूडेंट बनने और सार्वजनिक जीवन में एक बेहतर इंसान बनकर देश सेवा करने का संकल्प कराते है। पीसी पुरोहित जी उम्र के इस पड़ाव में भी अपनी पूरी ऊर्जा स्कूल को ऊंचाईयों पर ले जाने और स्टूडेंट का भविष्य संवारने में खर्च करते है। ऐसे ही आर्दशवान व्यक्तित्व ने 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट के लिए सुझाव प्रेषित किए है। सभी स्टूडेंटस  बेहतर परिणाम के लिए इन सुझावों पर अमल करें। बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होनी है

 

  

प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी के सुझाव

दसवीं एवं बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होनी हैं। शुरूआत में वोकेशनल विषय की परीक्षाएं हैं। लगभग डेढ़ महीने का समय परीक्षार्थियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह परीक्षाएं केवल दसवीं एवं बारहवीं पास करना ही नहीं अपितु कैरियर के निर्धारण की बुनियाद भी है। माता-पिता एवं अध्यापकगण परीक्षार्थियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रखते हैं जो कि स्वाभाविक भी है। परीक्षार्थियों के लिए कुछ सुझाव निम्नवत हैंः-
1. परीक्षार्थी इन दिनों अपना मन शान्त रखें, अपने रोज़मर्रा रूटीन को ठीक रखें। खान-पान उचित हो। गुनगुना पानी खूब पिएं। स्वास्थ्य ठीक रहे यह अत्यावश्यक है।
2. मोबाइल, इंटरनेट एवं टी0वी0 पर समय नष्ट न करें। केवल आवश्यक होने पर ही प्रयोग करें।
3. पढ़ाई के लिए अपनी खुद की प्लानिंग करें। अपना टाइम-टेबल तैयार करें। प्लानिंग के अनुरूप खुद देखें कि क्या मैं टाइम-टेबल फाॅलो कर रहा हूँ। यह पढ़ाई की माॅनिटरिंग है।
4. एनसीईआरटी की किताबों के कंटेंट को दोहराएं। हर चैप्टर के नीचे दी गई एक्सरसाईज़ पूरी अवश्य करें। प्रश्नों के उत्तर स्वयं लिखने का प्रयास करें।
5. सीबीएसई ने कई सैम्पल प्रश्नपत्र अपनी वैबसाइट पर दिए हैं। सभी विषयों के प्रश्नपत्र नए प्रारूप में हैं। प्रश्नों को पढ़ें, फिर समझें कि कितने भाग में उत्तर दिया जाना है। जितने अधिक तरह के प्रश्नों के लिए परीक्षार्थी जानकारी रखेगा, उतना ही अधिक लाभ उसे मिलेगा।
6. सीबीएसई के वैबसाइट पर पिछले वर्ष के माॅडल उत्तर भी उपलब्ध हैं। अच्छा स्कोर करने वाले परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिका से आप यह निर्धारित कर सकेंगे कि एक माॅडल उत्तर क्या एवं कैसे लिखना चाहिए, ताकि नम्बर न कटें।
7. माॅडल उत्तर के लिए तैयारी अवश्य करें। 2 नम्बर के प्रश्न के लिए कितना लिखा जाना है? उसी तरह 3 नम्बर एवं 5 नम्बर के प्रश्न के लिए कितना? इसके लिए लिखित प्रयास करें।
8. आजकल परीक्षा की तैयारी के लिए जो भी पढ़े, उसके लिए सम्भावित प्रश्नों का चयन कर उत्तर लिखने का प्रयास स्वयं अवश्य करें। लिखित प्रयास ही परीक्षा में गुणात्मक लाभ देता है।
9. सैल्फ स्टडी (स्वयं को बिठाकर पढ़ाना) को अपना अधिक से अधिक समय दें। किसी भी विषय में जो कठिनाई है, उन्हें अलग से नोट कर लें। पहले तो स्वयं उत्तर ढूँढें अन्यथा अध्यापक की मदद से अगले दिन उत्तर लिखकर समझ लें और उसे दोहराएं।
10. इस बार 1 नम्बर के प्रश्नों के संख्या, लगभग हर विषय में अधिक कर दी गई है। इसके लिए सभी अध्यायों का गहन अध्ययन आवश्यक है। अतः कोशिश करें कि 1 नम्बर का कोई भी उत्तर गलत न हो।
11. समय प्रबन्धन आवश्यक है। पढ़ाई को एक सतत् प्रक्रिया बनाएं-पूरी परीक्षाओं तक। हर विषय के लिए रोज समय दें। अभी हर परीक्षार्थी पूरे कोर्स को दो बार दोहरा सकता है। यह तभी सम्भव है जब हर समय केवल एक ही काम मन में हो-पढ़ाई और केवल पढ़ाई।
12. अपनी सम्पूर्ण ऊर्जा को समेट कर परीक्षा की तैयारी पर लगाएं। किसी पारिवारिक समारोह या स्कूल की छुट्टी का प्रभाव पढ़ाई पर नहीं होना चाहिए। अगर पूरे मनोयोग से तैयारी शुरू करेंगे तो पढ़ाई एक आदत में बदल जाएगी, जोकि हर विद्यार्थी के लिए आवश्यक है-सत्र शुरू होने से ही। अभी आपके पास समय है, इतने समय में अपेक्षित परिवर्तन लाया जा सकता है। मैं समझता हूँ कि हर विद्यार्थी इतना समर्थ है कि वह अच्छी पढ़ाई कर सकता है और उसे करना भी चाहिए।
सभी परीक्षार्थियों को शुभकामनाओं सहित—–



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