DAV Centenary School ने बच्चों का पढ़ाई से कराया आन लाइन कनेक्शन




नवीन चौहान
डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर ने तमाम स्कूली बच्चों का किताबों से कनेक्शन करा दिया है। स्कूल की ओर से सभी स्टूडेंटस को आन लाइन शिक्षण सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। जिसके चलते उनके अभिभावक भी बच्चों को पढ़ाने में जुट गए है। स्कूल की इस अनूठी पहल का अभिभावकों ने स्वागत किया है। वही स्कूल के सभी शिक्षक—शिक्षिकाएं बच्चों को प्रतिभावान बनाने के लिए नए—नए तरीके खोज रहे है।
विश्व में कोरोना संक्रमण के प्रकोप के चलते भारत भी चपेट में आ गया। जिसके चलते पूरे भारत में फिलहाल 21 दिन का लाक डाउन चल रहा है। इस लाक डाउन के वक्त में देशभर के सभी स्कूलों बंद हो गए है। शिक्षण कार्य पूरी तरह से ठप्प पड़ गया है। हरिद्वार के स्कूलों की बात करें तो यहां सभी स्कूल पूरी तरह से बंद है। बच्चे अपने अभिभावकों के साथ घरों में कैद होकर रह गए है। ऐसी स्थिति में हरिद्वार के डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित ने स्कूली बच्चों के वक्त का सदुपयोग करने के लिए आन ​लाइन पढ़ाई शुरू कराने की अनूठी पहल शुरू की। उन्होंने सभी अध्यापकों की मदद से ​बच्चों की स्टडी के लिए पठन सामग्री तैयार कराई। जिसके बाद सभी अभिभावकों के व्हाटसएप पर भेज दी गई। स्कूल से मोबाइल पर भेजी गई शिक्षण सामग्री को देखने के ​बाद बच्चों और अभिभावकों ने ​पढ़ाई से संपर्क जोड़ लिया। अभिभावक और बच्चे दोनों व्यस्त हो गए। वही डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी ने बताया कि स्टूडेंटस की आन लाइन पढ़ाई शुरू करा दी गई है। स्टडी ग्रुप बनाकर सभी अध्यापक अपने विषय का कार्य भेज रहे है। डीएवी स्कूल के अभिभावक हरप्रीत सिंह ने स्कूल की इस पहल को बेहद सराहा है। हरप्रीत सिंह ने कहा कि बच्चे घर में परेशान कर रहे थे। रोजाना स्कूल जाने के लिए पूछते थे। लेकिन स्कूल से होमवर्क मिल जाने से उनका कनेक्शन स्कूल और टीचर से जुड़ गया है। हरिद्वार निवासी सारिका चौहान ने बताया कि डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी ने कठिन वक्त में भी बच्चों की पढ़ाई को गंभीरता लेते हुए आन लाइन पढ़ाई का मार्ग निकाला यह बहुत खुशी की बात है। डीएवी स्कूल की यही खूबी इस स्कूल को सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में शुमार करती है। स्कूल बच्चों की पढ़ाई को लेकर पूरी संजीदगी से कार्य करता है। प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित जी बच्चों के हितों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना तैयार करते है। जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके। ऐसे ही तमाम अभिभावकों ने आन लाइन पढ़ाई की प्रशंसा की है।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *