नवीन चौहान
मित्रता,सेवा और सुरक्षा के स्लोगन की कसौटी पर कांस्टेबल फैजान अली और राजेश कुंवर पूरी तरह खरे उतरे। वर्दी का फर्ज निभाने के लिए दोनों जाबांजों ने अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी। दोनों कांस्टेबलों ने पूरी बहादुरी और साहस का परिचय देते हुए एक परिवार के छह लोगों को भयंकर आग के बीच से सुरक्षित निकाल दिया। पुलिस के इस कार्य की जनता में प्रशंसा हो रही है। घटना देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र की है।
शुक्रवार की रात्रि देहरादून के रायपुर थाना क्षेत्र के दशमेश विहार कालोनी में विक्रांत के घर पर कार में आग लगने की सूचना मिली। आग लगने की सूचना पर चीता मोबाईल ड्यूटी में नियुक्त कांस्टेबल फैजान अली और कांस्टेबल राजेश कुंवर तत्काल मौके पर पहुंचे। घर पहुंचे तो पता चला कि अल्टो कार में भीषण आग लगी है और आग की लपटे इतनी तेज थी की घर के अंदर और बाहर धुएं से कुछ नजर नहीं आ रहा था। कार की लपटों ने पास ही खड़ी स्कूटी को भी अपनी चपेट में ले लिया। जिसमें घर के अन्दर धुंआ भर गया था। घर के अन्दर विक्रांत कुमार उनकी पत्नी, उनके दो बच्चे और बुजुर्ग माता-पिता फंसे थे। कांस्टेबल फैजान और राजेश ने जान की परवाह किए बिना तुरंत ही अपने मुंह पर गीला कपड़ा बांधा और बहुत धुआं होने के बावजूद किसी तरह घर पर फंसे व्यक्तियों के पास पहुंचे। रोते चिल्लाते पीड़ितों को ढांढस बंधाते हुए हौसला रखने को कहा। वही तत्काल दम घुटने के कारण घबरा रहे छोटे बच्चों, महिला और अन्य व्यक्तियों को सीढ़ी लगाकर एक-एक करके छत से नीचे उतारना शुरू किया। इसी दौरान मौके पर पहुंची फायर पुलिस ने आग को बुझाना शुरू किया। दोनों कांस्टेबलों की सूझबूझ से छह लोगों की जिंदगी सकुशल बच गई।