नवीन चौहान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना संक्रमण काल में अनलॉक वन में उत्तराखंड के सभी जनपदों में दुकान खोलने का वक्त रात्रि सात बजे से बढ़ाकर रात्रि आठ बजे तक करने की घोषणा कर दी। सीएम की इस घोषणा का दुकानदारों ने भी स्वागत किया और खुशी जाहिर की। लेकिन दुकानदारों की सबसे बड़ी दिक्कत ये हो गई कि दुकान पर शाम सात बजे के बाद पुलिस आ धमकती है और दुकान बंद करा देती है। पुलिस दुकान सात बजे ही बंद करा रही है। सभी दुकानदार भ्रम की स्थिति में है। इस भ्रम की स्थिति की सबसे बड़ी वजह ये है कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद दुकानों को खोले जाने वाले रात्रि आठ बजे के संबंध में कोई शासनादेश जिलाधिकारी कार्यालय में नही पहुंचा है। जिसके चलते प्रदेश के सभी जिलाधिकारी मौखिक तौर पर दुकानों के खोले जाने के वक्त को रात्रि आठ बजे बता रहे है। लेकिन लिखित आदेश रात्रि सात बजे का ही है। संभावना है कि जल्द शासनादेश जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंच जायेंगे। ऐसे में दुकानदारों को इस भ्रम की स्थिति से निजात मिल जायेगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दुकानों को खोले जाने का वक्त जनहित में दिया है। उनका मानना है कि बाजार अधिक देर तक खुलेंगा तो लोगों की भीड़ दुकानों पर नही होगी। जिसके चलते कोरोना संक्रमण में सोशल डिस्टेंसिंग का बेहतरी से पालन हो सकेगा। जनता कोरोना के संक्रमण से बची रह सकती है। हालांकि उनकी दुकानों को रात्रि बजे तक खोलने की घोषणा को हरिद्वार के तमाम व्यापारी संगठनों से सराहा है। लेकिन इस संबंध में शासनादेश में देरी होने के चलते दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दुकानदार शाम सात बजे ही अपने शटर बंद करने को विवश है।