नवीन चौहान
हरिद्वार में कई स्थानों पर कॉलगर्ल के ठिकाने बने है। जहां कॉलगर्ल खुलेआम घूमती दिखाई पड़ती है। ये कॉलगर्ल अपने लिए ग्राहकों की खोज भी करती है और होटल के कमरे तक भी पहुंचती है। इस शर्मनाक कृत्य से हरिद्वार के तमाम लोग परेशान है। वही दूसरी ओर ऑन लाइन कॉल गर्ल की बुकिंग भी जोरों पर है। मसाज पॉर्लर की आढ़ में ऑन लाइन कॉल गर्ल की सप्लाई की जा रही है। हालांकि हरिद्वार पुलिस किसी सेक्स रैकेट को पकड़ने में नाकाम रही है। जिससे अपराधियों के मंसूबे बुंलदियों पर पहुंच रहे है।
हरिद्वार रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड के आसपास तमाम कॉलगर्ल ग्राहकों की तलाश में निकलती है। ग्राहक मिलते ही श्रवणनाथ नगर के होटलों की ओर रूख करती है। जिस्म फरोशी का धंधा करने वाली ये महिलाए यूपी के विभिन्न जनपदों से हरिद्वार पहुंचती है। जो रोज की कमाई करने के बाद अपने आशियाने की ओर प्रस्थान कर लेती है। वही दूसरी ओर हाईप्रोफाइल कॉलगर्ल के ठिकाने सिडकुल के होटलों में है। जहां दलालों की मदद से कॉलगर्ल के ग्राहक खुद होटल पहुंचते है। इन कॉलगर्ल की बुकिंग ऑन लाइन और दलालों के माध्यम से होती है। सिडकुल की कंपनी में कार्य करने वाले तमाम दूर दराज के लोग इस दलालों से जुड़े है। जो कॉलगर्ल को पसंद करते रहे है। इनकी डिमांड पर कॉल गर्ल बुलाई जाती है। जबकि कुछ कॉल गर्ल ने हरिद्वार के सिडकुल में ही अपने ठिकाने बनाने हुए है। दलालों ने बाकायदा किराये का घर लेकर जिस्मफरोशी का अड्डा बना दिया है। कॉलोनियों के बीच रहने वाले लोग इन दलालों की कारगुजारियों से तंग आ चुके है। वह मीडिया के माध्यम से अपनी आवाज उठाते रहे है। लेकिन हरिद्वार पुलिस इस नेटवर्क को ध्वस्त करने में नाकाम साबित हुई है।
सोशल मीडिया पर कॉल गर्ल बुकिंग
कॉल गर्ल बुकिंग में भी सोशल मीडिया का उपयोग हो रहा है। सेक्स रैकेट व्हाट्स एप पर दिल्ली व कोलकाता की कॉल गल्र्स की बुकिंग की जाती है। ग्राहकों को व्हाट्स एप पर कॉल गल्र्स का फोटो दिखाई जाती है। ग्राहक को पसंद आने पर होटलों में बुलाया जाता है।
होटल संचालकों को कमीशन
सेक्स रैकेट संचालित करने वाले दलाल होटल और गेस्ट हाउस वालों को 30 से 40 प्रतिशत तक कमीशन देते है। जबकि 10 से 20 प्रतिशत हिस्सा रैकेट के सदस्य को देना होता है।