बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण पतंजलि के ब्रांड अंबेसडर




नवीन चौहान
भारत का एक सबसे बड़ा ब्रांड पतंजलि है। स्वदेशी उत्पादन के क्षेत्र में पतंजलि के उत्पाद विश्वसनीय है। इस कंपनी को ब्रांड बनाने के पीछे एक कठिन संघर्ष की दास्तां है। ये दास्तां दो लोगों की है। पतंजलि के संस्थापक योगगुरू स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने एक दूसरे पर अटूट विश्वास किया। हर मुसीबत का सामना मिलकर किया। पतंजलि परिवार में लाखों लोगों को जोड़ा और रोजगार दिया। बाबा रामदेव ने स्वदेशी का नारा देने के साथ ही फूड पार्क से इंड्रस्टी में कदम रखा। जिसके बाद से इस जोड़ी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। शिक्षा, चिकित्सा, के बाद बाबा रामदेव का लक्ष्य भारत में एक बड़ा सामाज्य स्थापित करना है। जल्द ही पतंजलि भारत के साथ दुनिया में बड़ा ब्रांड बनने की दिशा में बढ़ गया है।
योगगुरू स्वामी रामदेव ने करीब तीन दशक पहले हरिद्वार के कनखल में एक छोटे से स्थान से योग की अलख जगाई। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की जोड़ी ने योग के साथ आयुर्वेद को समाहित किया और आयुर्वेदिक औषधियों का उत्पादन शुरू किया। एक संकल्प और एक मिशन को लेकर आगे बड़े बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने फूड पार्क की स्थापना की। जिसके बाद बाबा की कंपनी लगातार प्रगति कर रही है। बाबा को भारत के लोगों का प्यार और साथ मिला। बाबा ने पतंजलि से लाखों लोगों को जोड़ा। भारत के विभिन्न राज्यों में जाकर योग आयुर्वेद का प्रचार प्रसार किया और स्वदेशी का नारा दिया। स्वदेशी के संकल्प को लेकर आगे बढ़े बाबा रामदेव को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। लेकिन एक मिशन के तहत चल रहे बाबा रामदेव तमाम चुनौतियों  से पार पाते गए। बाबा ने फूड पार्क की कई ईकाइयां खोली। इसके बाद बाबा रामदेव ने शिक्षा के क्षेत्र में कदम बढ़ाया। विश्वविद्यालय की स्थापना की और वर्तमान में देश के विभिन्न राज्यों में आचार्यकुलम की स्थापना की जा रही है। 24 सालों की इस सतत यात्रा में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की जोड़ी ने कभी एक दूसरे पर विश्वास नहीं खोया। इन दोनों के अटूट विश्वास का परिणाम है कि पतंजलि भारत में अपने उत्पादों को निर्मित कर विदेशी कंपनियों को कड़ी चुनौती दे रही है। संभावना जताई जा रही है कि पतंजलि भारत की सबसे बड़ी कंपनी होगी।



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