अरूण जेटली पंचतत्व में विलीन, नम आंखों से दी अंतिम विदाई




नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली रविवार को निगम बोध घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गए। वह अनंत सफर पर रवाना हो गए। पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके शव का अंतिम संस्कार किया गया। अरूण जेटली को अंतिम विदाई देने के लिए उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता पहुंचे। योग गुरु बाबा रामदेव ने भी अरूण जेटली के अंतिम संस्कार में पहुंचे। मुखाग्नि बेटे रोहन ने दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय विदेश यात्रा पर होने की वजह से अरुण जेटली के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए। हालांकि उन्होंने उनके शोकाकुल परिवार से फोन पर बात कर सांत्वना दी। यही नहीं प्रधानमंत्री ने बहरीन में अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मैं यहां इतनी दूर हूं और मेरा दोस्त अरुण चला गया। दिवंगत नेता अरुण जेटली के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर उनके कैलाश कॉलोनी स्थित आवास से दीन दयाल उपाध्याय स्थित भाजपा मुख्यालय लाया गया। यहां उनके अंतिम दर्शन कर कार्यकर्ताओं ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और वरिष्ठ पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं ने भी यहां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी जेटली को श्रद्धांजलि अर्पित की। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा ने जेटली को श्रद्धांजलि दी। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी जेटली को भाजपा मुख्यालय पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी भाजपा मुख्यालय में जेटली को श्रद्धांजलि दी। उसके बाद उनकी अंतिम यात्रा भाजपा कार्यालय से निगम बोध घाट पहुंची, जहां पूरे राजकीय सम्मान के ​साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *