हरिद्वार
स्वामी दर्शनानन्द इंस्टिट्यूट आॅफ मैंनेजमेंट एण्ड टैक्नोलाॅजी (एसडीआईएमटी), ने 12वां स्थापना दिवस वैदिक विधि विधान के साथ मनाया।
स्वामी दर्शनानन्द इंस्टिट्यूट आॅफ मैंनेजमेंट एण्ड टैक्नोलाॅजी में गुरूकुलीय परंपरानुसार हवन-पूजन किया गया। गुरूकुल महाविद्यालय के आचार्य पं हेमंत तिवारी ने हवन को सम्पन्न कराया तथा हवन के महत्व को बताते हुए कहा कि सौभाग्यशाली व्यक्ति को ही हवन करने अथवा हवन में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त होता है। हवन के माध्यम से देवी- देवता प्रसन्न होते हैं । पं तिवारी ने बताया कि कोरोना महामारी का विनाश हवन के माध्यम से ही संभव है। हवन में डाली गयी समाग्री के धूंए से वातावरण में फैले कोरोना के विशाणुओं का खात्मा होता है। उन्होंने दावा किया कि जिस घर प्रांगण आदि में हवन किया जाता है वहां के लोगों को कभी कोरोना नही हो सकता है।
इस अवसर पर संस्थान के महानिदेशक प्रो एससी धमीजा ने बताया कि कोविड-19 महामारी के चलते विश्वविद्यालय के दिशा निर्देशों के अनुसार छात्र-छात्राओ की आॅनलाईन क्लाॅस करवायी जा रही है। उन्होने बताया कि संस्थान में वर्तमान में एमबीए, बीबीए एवं बीसीए तथा पाॅलिटैक्निक कोर्स संचालित हैं तथा प्रथम सेमेस्टर के लिए प्रवेश प्रारम्भ है।
निदेशक अंकुश ओहरी, ने आगन्तुक महानुभावों का स्वागत माल्यापर्ण कर किया, हवन में यशपाल सिंह सैनी, मंत्री सभा, अनिल गोयल, उपमंत्री, यशवंत सिंह चौहान, प्रबन्धक राष्ट्रीय एंटर कालेज, प्राचार्य अशोक कुमार गौत्तम, डीन एकेडमिक जयलक्ष्मी, नीरज चौहान, राकेश चौहान, हरद्वारी लाल, पंकज चौधरी, अनुराग गुप्ता, अमान, वरूण शर्मा , अर्पित गुप्ता, देवेन्द्र रावत, ज्योति राजपूत, वर्षा रानी आदि उपस्थित रहें।