हिंसा के आरोपियों पर लगेगी रासुका : आईजी




सहारनपुर। आईजी जोन अजय आनंद ने सांप्रदायिक व जातिय हिंसा में धधक रहे सहारनपुर का पांच दिन के भीतर दूसरा दौरा किया। आईजी के तेवर तीखे नजर आये। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हिंसा किसी सूरत में बर्दाश्त नही की जायेगी और आरोपियों पर रासुका तक लगाई जाएगी। कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
सड़क दूधली, एसएसपी आवास व ग्राम शब्बीरपुर प्रकरण के बाद शहर में भी भड़की जातिय हिंसा की समीक्षा को आईजी जोन अजय आनंद ने गुरूवार को दोबारा सहारनपुर का दौरा किया। इससे पहले 7 मई को डीजीपी सुलखान सिंह व प्रमुख सचिव (गृह) देवाशीष पांडा के आगमन के दौरान भी अजय आनंद यहां पहुंचे थे। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे आईटीसी गेस्ट हाऊस में आगमन के एक घंटे के पश्चात आईजी मीडिया से रूबरू हुए। आईजी के तेवर तीखे नजर आये। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हिंसा भड़काने में सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल किया गया। आरोपियों के खिलाफ एडमिन के खिलाफ भी पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। इन्हें चिन्हित किया जा रहा है। आईजी ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ व आपत्ति जनक पोस्ट न डाले जाने का भी आह्वान किया। साथ ही बलवाईयों से सख्ती से निपटने के भी संकेत दिये। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सांप्रदायिकता व जातिवाद भड़काने वालो को कोई छूट नहीं होगी, इसमें चाहे कोई भी शामिल रहा हो। सबको चिन्हित किया जा रहा है। जनता से भी सद्भाव बनाए रखने का आह्वान किया। आईजी ने स्पष्ट कहा कि सहारनपुर हिंसा के आरोपियों पर रासुका तक लगाई जाएगी। आरोपी जेल भेजे जाएंगे। फिलहाल शासन की प्राथमिकता कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने की की है। इस दौरान डीआईजी जेके शाही, एसएसपी सुभाष चन्द्र दुबे, एसपी देहात विद्या सागर मिश्र, एसपी सिटी प्रबल प्रताप सिंह भी मौजूद रहे।
आईजी के तेवर देख बसपाईयों के लटके चेहरे
आईटीसी गेस्ट हाऊस में आईजी जोन अजय आनंद से मिलने वाले बसपाई भी पहुंचे। पूर्व विधायक रविन्द्र मोल्हू की नामजदगी को लेकर बसपाईयों का कहना था कि उनके पूर्व विधायक को गलत फंसाया जा रहा है। इसमें उनका कोई हाथ नहीं रहा है, मगर आईजी ने बसपाईयों की पूरी बात भी नहीं सुनी और स्पष्ट कहा कि हिंसा में जिसकी भी संलिप्तता पाई गई, जांच में स्पष्ट हो जाने पर आरोपियों पर रासुका भी लगाई जाएगी। आईजी ने यहां तक कहा कि यदि पूर्व विधायक निर्दोष है, तो सामने आकर अपनी बात रखते, जबकि बसपाईयों का कहना था कि पूर्व विधायक शहर में ही नहीं है। आईजी के तेवर तीखे देख बसपाई मुंह लटकाये वापस लौट आये। आईजी से मिलने वालो में जगपाल, शादान मसूद, महीपाल माजरा, इमरान तेली, जनेश्वर प्रसाद आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।

 



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *