हरिद्वार। मित्र पुलिस की तैयारियों में एक और प्रशंसनीय उपलब्धि प्रारंभ हुई। वीआईपी घाट पर महिलाओं की सुरक्षा के लिये महिला चेतक पुलिस की शुरूआत की गई। देहरादून के पश्चात हरिद्वार धर्मनगरी में इसकी पहल की गई। उत्तराखण्ड पुलिस महानिदेशक एमए गणपति ने महिला चेतक पुलिस की शुरूआत करते हुए कहा कि महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर लगाम लगेगी। देहरादून के बाद हरिद्वार में महिला चेतक पुलिस महिलाओं की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही के साथ-साथ शिकायत पर पहुंचेगी महिलाओं की सुरक्षा के अलावा दूसरी घटित अपराधों पर अंकुश लगाने में महिला चेतक पुलिस कारगर साबित होगी। महिला चेतक पुलिस में कुल 35 टीम रहेगी जिसमें 5 टीम पुरूषों की जो मोटरसाईकिलों पर होगी जबकि 30 टीम महिलाओं की स्कूटी पर सवार होगी। सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक इन टीमों में 15 टीमों में देहात क्षेत्र में तैनात किया गया है। महिलाओं की घरेलू हिंसा की घटनायें किन्हीं कारणों से दब जाती है ऐसे में महिला चेतक ऐसी घटनाओं को लेकर सजग रूप से कार्य कर सकेगी। पीड़ित महिलायें खुलकर अपराधिक घटनाओं को स्वयं महिला चेतक के समक्ष बता सकेगी। महिलाओं को अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए यह विकल्प कारगर साबित होगा। धर्मनगरी की महिलाओं में भी महिला चेतक पुलिस के गठन पर काफी हर्ष का माहौल बना हुआ है। इस अवसर पर डीजीपी एमए गणपति ने हरी झण्डी दिखाकर महिला चेतक पुलिस के दल को रवाना करते हुए शुभकामनायें दी और बढ़ते अपराध अंकुश लगाने के लिए भी चेताया। मित्र पुलिस की इस पहल की सराहना समाजिक संस्थायें एवं हरिद्वार के नागरिक कर रहे हैं। हाईकोर्ट के अधिवक्ता ललित मिगलानी ने कहा कि यह निर्णय सराहनीय है महिला चेतक पुलिस का गठन काफी समय पूर्व हो जाना चाहिये था। पुलिस की यह पहल अच्छा संकेत है महिलाओं को सुरक्षा तो मिलेगी ही साथ ही न्याय पाने में शिकायत पर आसानी से कार्यवाही भी हो सकेगी। उन्होंने मित्र पुलिस अधिकारियों एवं पुलिस की इस पहल की सराहना की। व्यापारी वर्ग में भी महिला चेतक के गठन पर खुशी का माहौल बना हुआ है।