पैसे बदलवाने बैंकों के चक्कर काट रहा ये दिव्यांग




मुज़फ्फरनगर: बेबसी और लाचारी, ये वो शब्द हैं जिनको महज सुनने से ही दिल मानो पसीज जाता हैं। जब कोई इस बेबसी और लाचारी की जिंदगी जीने को मजबूर हो तो हालात क्या होंगे इसका अंदाज़ा लगाना बहुत मुश्किल है ।पीएम मोदी ने 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करने की घोषणा क्या की पूरे देश में हाहाकार मच गया। देश भर से कई तस्वीरे सामने आई। कही किसी की सदमे में मौत हो गई, तो कही किसी घर में शादी के सपने देखने वाली आँखे, आँसुओ में तब्दील हो गई।

जैसे जैसे दिन ढलते जा रहे हैं मानो हालात सुधरने के बजाए और बिगड़ते जा  रहे हैं। इन्ही सब परेशानियों से दो चार लोगो का दर्द जब हमने जानने की कोशिश की तो हमने देखा की सडको पर धक्के खाते और बैंक के बाहर बैठे एक दिव्यांग को जो खुद तो अपने पैरो पर नहीं चल सकता लेकिन अपने 1000 के पुराने नोट को चलाने के लिए बेबस और लाचार जरूर दिखाई दिया।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *