नोएडा. बिसाहड़ा गांव में एक बार फिर मंदिर के लाउडस्पीकर से हिदू परिवारों को एकजुट होने का ऐलान किया गया। ऐलान के बाद हिदू परिवारों की महिलाएं मंदिर में इकट्ठी हुईंं। महिलाओं ने अखलाक के भाई जान मोहम्मद की गिरफ्तारीकी मांग को लेकर गुरुवार को भी धरना जारी रहा। उन्होंने ऐलान किया कि जब तक जान मोहम्मद गिरफ्तारी नहीं होती, धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
अकलाख की हत्या के आरोप में जेल में बंद हरिओम की मां सुनहरी देवी भी धरने पर बैठी हैं। उनका कहना है कि निर्दोष बच्चों को जेल में बंद हुए एक साल बीत गया है। इसके बाद भी प्रदेश सरकार आंखों पर पट्टी बांधे हुई है। घर में भुखमरी के हालात हो गए हैं, कमाने वाले लोग जेल में बंद हैं। श्रीओम व हरिओम की 8० वर्षीय अपाहिज मां लीलावती का कहना है कि सरकार हिंदुओं का दमन कर रही है। गो हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर रही है। जब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं होती है, धरना जारी रहेगा और एक अक्टूबर से भूख हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।
साध्वी हरसिद्धि गिरी ने कहा की वे शांतिपूर्वक धरना दे रहे हैंं। ऐसे में वे नहीं चाहते की कोई हिंसा हो। इसके लिए उन्हें पुलिस या प्रशासन की ओर से परेशान न किया जाए। वे दो दिन अलग-अलग जगहों पर धरना देंगे। उन्होंने कहा की वे एक अक्टूबर से मंदिर में आमरण अनशन पर बैठेंगे।
एलआईयू समेत इंटेलिजेंस विंग ने डाला डेरा
महिलाओं के धरने की जानकारी के बाद बुधवार से ही एलआईयू व कई इंटेलिजेंस विंग के लोग भी गांव में मौजूद है। यहां उन्होंने धरने पर बैठी महिलाओं से बातचीत कर हटने की गुजारिश की।