बुलंदशहर। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को खून से चिठ्ठी लिखने वाली बेटियों की आर्थिक मदद उनका पैरोकार मामा गटक गया है। सरकार से मिले 5 लाख रूपये के चेक को बेटियों के मामा ने अपना बताकर हड़प लिया और बेबस बेटियां फिर से जिलाधिकारी और नेताओं की चौखट पर मदद के लिए भटक रही हैं।
ये था मामला-
– ज्ञातव्य है कि लतिका और तान्या की मां की घर में जलकर मौत हो गई थी।
– मौत के बाद मामा के पास आकर बेटियों ने आरोप लगाया कि पिता और उनके परिजनों ने उनकी मां की हत्या की है।
– पुलिस ने पिता मनोज को इस मामले में जेल भेज दिया। जबकि केस के बाकी आरोपियों पर जांच चल रही है।
– मामा तरूण जिंदल ने बेटियों की 78 साल की दादी, दो बुआ-फूफा, चाचा-चाची समेत 8 लोगों को केस में नामजद कराया था जो मुरादाबाद और खुर्जा में रहते हैं।
– तरूण जिंदल पर ये भी आरोप है कि उसने आरोपियों से वसूली करने के लिए उन्हें झूठा नामजद कराया था।
– उसने इस दौरान उनसे एक करोड़ रूपये भी मांगे थे।
सीएम को खून से लिखि थी चिटठी
– बुलंदशहर की दो बहने लतिका और तान्या बंसल ने अपनी मदद के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को खून से चिठ्ठी लिखी थी।
– चिठ्ठी सीएम के दिल को छू गई, जिसके बाद अखिलेश यादव ने बेटियों को लखनऊ बुलाकर उनको मदद का वायदा किया था।
– महीने भर बाद 5 लाख रूपये की मदद का चेक मुख्यमंत्री ने दोनो बेटियों के लिए भेजा, लेकिन उन पैसों को बेटियों का मामा डकार गया।
– वहीं, बेटियों का चेक डकारने वाले मामा तरूण जिंदल की दलील है कि यह मदद बेटियों के लिए नहीं, उसकी मां के इलाज के लिए है।
– उन्होने बताया कि जून-2106 में सीएम से मां की मदद के लिए आवेदन किया था, यह वही रकम है।
डीएम से मिली दोनो बेटिया
– गुरूवार को जिलाधिकारी से मिलने पहुंची दोनो बेटियों ने मुख्यमंत्री द्वारा ऐलान की गई अर्थिक मदद को जल्द दिलाने के लिए कहा है।
– लतिका बंसल ने बताया कि पांच लाख रूपए का चैक उनकी नानी के नाम से उनके इलाज के लिए आया है।
– मुख्यमंत्री जी ने जो मदद की बात कही थी वो अभी तक पूरी नही हुई।
मामा की धोखेबाजी से जिला प्रशासन स्तब्ध
– मामा तरूण जिंदल की धोखेबाजी से जिला प्रशासन स्तब्ध है।
– जिलाधिकारी अन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि बीमारी के लिए शासन से मदद का प्रोसेस अलग होता है।
– उसमें जिलाधिकारी का दखल रहता है, लेकिन बेटियों को जो 5 लाख रूपये का चेक दिया गया है वह मुख्यमंत्री कार्यालय से बेटियों की मदद के लिए भेजा गया है।
– बेटियों की नानी ओमवती उनकी संरक्षक है क्योंकि दोनों ही नाबालिग हैं इसलिए चेक नानी के नाम से भेजा है।
– साथ ही डीएम ने यह भी बताया कि दोनो बेटियों की पढाई के लिए स्कूल की फीस माफ करा दी गयी है।